सिरोही जिले के एक गांव के छात्रों ने अपने शारीरिक शिक्षक को अलग ही तरह से गुरु दक्षिणा दी। गांव के स्कूल के बाहर सर्कल में 900 किलो वजनी ग्रेनाइट की फुटबॉल बनवा दी। मकसद यह कि स्मारक खेल, खिलाड़ी और कोच तीनों की कहानियों से प्रेरणा देता रहेगा।
उडवारिया गांव 18 साल पहले पीटीआई रतनसिंह कुम्पावत के आने के बाद यहां फुटबॉल सिर्फ खेल नहीं युवाओं का जुनून बन चुका है। पिछले 18 सालों में फुटबॉल ने उडवारिया गांव को एक मुकम्मल पहचान दी है। पहचान भी ऐसी कि पीटीआई रतनसिंह कुम्पावत के स्कूल जॉइन करने के बाद 4 नेशनल लेवल और 60 स्टेट लेवल खिलाड़ी दे दिए हैं।
पंचायत ने स्कूल के बाहर तैयार करवाया 24 फीट व्यास का सर्कल
स्कूल के बाहर 24 फीट व्यास का सर्कल बना गया है। इसमें स्मारक के पास पौधे, फुलवारी और लॉन भी लगाई गई है। इसी सर्कल के केंद्र में ग्रेनाइट की 900 किलो वजनी फुटबॉल लगाई गई है। गांव को फुटबॉल में विशेष पहचान दिलाने वाले कोच और पीटीआई रतनसिंह कुम्पावत के मुख्य आतिथ्य में इस स्मारक का उद्घाटन किया गया। इस सर्कल को बनाने में सरपंच जेताराम चौधरी, भामाशाह राजू भाई, उपसरपंच उकाराम देवासी और वीराराम चौधरी पहल कर सभी लोगों को साथ जोड़ा।
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